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कौन हैं अनुकृति तोमर, जिन्होंने बिना कोचिंग UPSC में 53वीं रैंक हासिल की?

कौन हैं अनुकृति तोमर, जिन्होंने बिना कोचिंग UPSC में 53वीं रैंक हासिल की?
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Anukriti Tomar UPSC: अनुकृति तोमर ने यह साबित कर दिया कि यदि इच्छाशक्ति और मेहनत मजबूत हो, तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली UPSC सिविल सेवा परीक्षा (2023) में उन्होंने 53वीं ऑल इंडिया रैंक प्राप्त की। खास बात यह है कि उन्होंने इसके लिए कोई औपचारिक कोचिंग नहीं ली। इस लेख में हम उनके संघर्ष, शिक्षा, पारिवारिक पृष्ठभूमि और सफलता की रणनीति पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

UPSC परीक्षा और अनुकृति तोमर की उपलब्धि

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) हर वर्ष देशभर से उम्मीदवारों की भर्ती के लिए सिविल सेवा परीक्षा (CSE) आयोजित करता है। इस परीक्षा के माध्यम से IAS, IPS, IFS, IRS और कई अन्य ग्रुप A एवं B सेवाओं के लिए चयन किया जाता है।

अनुकृति तोमर ने CSE 2023 में अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बल पर 53वीं रैंक हासिल की। हालांकि उनका नाम मुख्य चयन सूची में नहीं था, लेकिन वे रिज़र्व लिस्ट में शामिल थीं। रिज़र्व लिस्ट में वे उम्मीदवार होते हैं जिन्होंने परीक्षा तो पास की होती है, पर सीमित सीटों के कारण तत्काल नियुक्ति नहीं मिल पाती।

अनुकृति तोमर कौन हैं?

कौन हैं अनुकृति तोमर, जिन्होंने बिना कोचिंग UPSC में 53वीं रैंक हासिल की?

अनुकृति तोमर उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के खुर्जा कस्बे की रहने वाली हैं। उनके पिता संजीव कुमार तोमर उत्तर प्रदेश पुलिस में उपाधीक्षक (DSP) के रूप में कार्यरत हैं और वर्तमान में सर्कल ऑफिसर (CO) के पद पर हैं। बचपन से ही अनुशासित माहौल में पली-बढ़ीं अनुकृति को देश सेवा का महत्व अपने परिवार से मिला, जिसने उन्हें सिविल सेवाओं के प्रति प्रेरित किया।

अनुकृति की शिक्षा

अनुकृति ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई राजीव इंटरनेशनल स्कूल, खुर्जा से पूरी की। वे हमेशा से एक मेधावी छात्रा रही हैं।
स्कूल के बाद उन्होंने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) से मास्टर डिग्री हासिल की और आगे की पढ़ाई के लिए सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, पुणे से B.A. LL.B की डिग्री प्राप्त की।

कानून की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने UPSC की तैयारी का निर्णय लिया और बिना कोचिंग के स्व-अध्ययन के माध्यम से अपनी तैयारी शुरू की।

अनुकृति तोमर का UPSC सफर

अनुकृति का UPSC सफर उन युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है, जो सोचते हैं कि बिना कोचिंग सफलता नहीं मिल सकती। उन्होंने अपनी खुद की योजना बनाई, उस पर अनुशासन के साथ काम किया और निरंतर अभ्यास को अपनी ताकत बनाया।

UPSC 2023 की परीक्षा में उन्होंने सेल्फ-स्टडी के बल पर 53वीं रैंक प्राप्त की। उनका यह सफर यह दिखाता है कि यदि दृढ़ संकल्प और निरंतर प्रयास हों, तो सीमित संसाधनों में भी सफलता हासिल की जा सकती है।

अनुकृति की UPSC तैयारी की रणनीति

रणनीतिविवरण
कोचिंग की बजाय सेल्फ-स्टडीअनुकृति ने किसी भी संस्थान की कोचिंग नहीं ली, बल्कि खुद के बनाए शेड्यूल और नोट्स के जरिए पढ़ाई की।
कॉलेज के साथ तैयारीउन्होंने सिम्बायोसिस लॉ स्कूल में पढ़ाई के दौरान ही UPSC की तैयारी शुरू कर दी थी।
स्मार्ट रिसोर्स उपयोगउन्होंने ऑनलाइन और मुफ्त उपलब्ध अध्ययन सामग्री का पूरा उपयोग किया। जैसे – सरकारी रिपोर्ट्स, PIB, और UPSC वेबसाइट।
अनुशासन और निरंतरताउन्होंने रटने के बजाय रोजाना थोड़ी-थोड़ी तैयारी को प्राथमिकता दी। निरंतर अभ्यास से उन्होंने आत्मविश्वास विकसित किया।

सफलता की सीख

अनुकृति का UPSC सफर यह बताता है कि सफलता के लिए कोचिंग नहीं, बल्कि दृढ़ निश्चय और अनुशासन जरूरी है। उन्होंने यह साबित किया कि सही दिशा, निरंतरता और आत्म-अनुशासन से हर कोई अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।

उनकी कहानी हजारों उम्मीदवारों के लिए प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों के बावजूद UPSC जैसी कठिन परीक्षा पास करने का सपना देखते हैं।

Anukriti Tomar UPSC 53 Rank Holder का सफर यह सिखाता है कि मेहनत, आत्मविश्वास और सही रणनीति से कोई भी कठिनाई बड़ी नहीं होती। उन्होंने यह दिखाया कि सच्ची लगन से पढ़ाई करने वाला व्यक्ति अपने सपनों को हकीकत में बदल सकता है — बिना किसी कोचिंग के भी।

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Ashish Singh



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