विदेश में पढ़ाई का सपना पूरा करने का जरिया: IELTS परीक्षा क्या है और क्यों है जरूरी?

IELTS परीक्षा की तैयारी करती हुई छात्रा – विदेश में पढ़ाई के लिए जरूरी इंग्लिश टेस्ट

आज के समय में लाखों भारतीय छात्र विदेश में पढ़ाई करने या नौकरी पाने का सपना देखते हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया या यूरोप के अन्य देशों में पढ़ाई करने के लिए सिर्फ अच्छी शैक्षणिक योग्यता ही काफी नहीं होती, बल्कि वहाँ की भाषा में दक्ष होना भी आवश्यक है। इसी कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर IELTS (International English Language Testing System) परीक्षा को मान्यता दी गई है। यह परीक्षा उम्मीदवार की अंग्रेजी भाषा पर पकड़ का मूल्यांकन करती है और यह साबित करती है कि वह विदेश में पढ़ाई या काम करने के लिए तैयार है।

IELTS क्या है?

IELTS एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की अंग्रेजी भाषा परीक्षण प्रणाली है। इसका उद्देश्य यह जांचना है कि कोई व्यक्ति अंग्रेजी में कितनी कुशलता से संवाद कर सकता है। यह परीक्षा ब्रिटिश काउंसिल (British Council), IDP और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge Assessment English) द्वारा आयोजित की जाती है।

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IELTS दो प्रकार की होती है:

  • IELTS Academic – उन छात्रों के लिए जो विदेश में उच्च शिक्षा (UG या PG) करना चाहते हैं।
  • IELTS General Training – उन लोगों के लिए जो विदेश में नौकरी, वर्क परमिट या माइग्रेशन के लिए आवेदन करना चाहते हैं।

IELTS परीक्षा का महत्व

  • विदेश में पढ़ाई: लगभग सभी प्रमुख यूनिवर्सिटी IELTS स्कोर को एडमिशन के लिए अनिवार्य मानती हैं।
  • नौकरी के अवसर: विदेशी कंपनियाँ और सरकारी विभाग IELTS स्कोर के आधार पर उम्मीदवारों का चयन करते हैं।
  • वैश्विक मान्यता: IELTS को 140 से अधिक देशों में स्वीकार किया जाता है।
  • गुणवत्ता की गारंटी: यह परीक्षा आपकी वास्तविक भाषा दक्षता को प्रमाणित करती है।

IELTS Exam Pattern (IELTS परीक्षा का पैटर्न)

IELTS परीक्षा चार मुख्य सेक्शन में बंटी होती है — Listening, Reading, Writing और Speaking।
प्रत्येक सेक्शन का उद्देश्य अंग्रेजी भाषा के अलग-अलग कौशलों को परखना होता है।

सेक्शनविवरणसमय सीमा
Listening (सुनना)विभिन्न संवाद, बातचीत और व्याख्यान सुनकर प्रश्नों के उत्तर देना।30 मिनट
Reading (पढ़ना)अंग्रेजी लेख या पैसज पढ़कर प्रश्नों का उत्तर देना।60 मिनट
Writing (लिखना)निबंध, रिपोर्ट या पत्र लिखने का कार्य।60 मिनट
Speaking (बोलना)आमने-सामने इंटरव्यू जिसमें बोलचाल और उच्चारण की जांच होती है।11–14 मिनट

IELTS में उम्मीदवार को 1 से 9 बैंड स्कोर तक अंक दिए जाते हैं।

  • 9 बैंड – अत्यंत उच्च स्तर (Expert User)
  • 1 बैंड – बहुत कमजोर स्तर (Non User)

यह स्कोर 2 साल तक वैध होता है।

IELTS Exam Fee (IELTS परीक्षा शुल्क)

IELTS परीक्षा देने के लिए उम्मीदवारों को एक निश्चित शुल्क देना पड़ता है।
भारत में IELTS exam fee या IELTS exam fees in India लगभग ₹16,250 – ₹17,000 (IDP द्वारा आयोजित परीक्षा के लिए) होती है।

यदि उम्मीदवार परीक्षा दोबारा देना चाहता है तो हर बार उसे यह शुल्क फिर से देना होता है।
यह शुल्क शहर, परीक्षा केंद्र और मोड (Computer-based या Paper-based) के अनुसार थोड़ा-बहुत अलग हो सकता है।

Cost of IELTS Exam in India (भारत में IELTS परीक्षा की लागत)

भारत में IELTS की फीस अन्य देशों की तुलना में थोड़ी कम है, लेकिन कई छात्रों के लिए यह फिर भी महंगी मानी जाती है।
सामान्यतः, कुल खर्च में शामिल होते हैं –

  1. परीक्षा शुल्क: ₹16,250 – ₹17,000
  2. परीक्षा की तैयारी सामग्री: ₹2,000 – ₹5,000
  3. कोचिंग क्लास फीस (वैकल्पिक): ₹10,000 – ₹25,000
  4. री-टेक फीस (यदि दोबारा परीक्षा देनी हो): उतनी ही जितनी पहली बार

इस तरह कुल IELTS तैयारी का खर्च ₹25,000 से ₹40,000 तक हो सकता है।

Why is IELTS so Expensive? (IELTS इतनी महंगी क्यों है?)

कई छात्रों का सवाल होता है कि IELTS इतनी महंगी क्यों होती है?
इसका कारण यह है कि परीक्षा का आयोजन अंतरराष्ट्रीय मानकों पर किया जाता है।
इसकी लागत में शामिल हैं:

  • उच्च-गुणवत्ता वाले परीक्षा केंद्र और प्रशिक्षित एग्जामिनर
  • निष्पक्ष मूल्यांकन के लिए विशेष सॉफ्टवेयर और तकनीक
  • परीक्षा के परिणाम की अंतरराष्ट्रीय वैधता
  • परीक्षा सामग्री का सुरक्षा स्तर

इसलिए, IELTS की फीस अपेक्षाकृत अधिक होती है, लेकिन इसकी वैधता और मान्यता इसे सार्थक बनाती है।

How Many Percentage Required for IELTS in 12th? (IELTS देने के लिए 12वीं में कितने प्रतिशत जरूरी हैं?)

IELTS परीक्षा की खासियत यह है कि इसमें बैठने के लिए कोई न्यूनतम प्रतिशत की शर्त नहीं होती।
मतलब —

  • 12वीं या ग्रेजुएशन में किसी भी प्रतिशत वाले छात्र IELTS दे सकते हैं।
  • केवल यह आवश्यक है कि उम्मीदवार के पास वैध पासपोर्ट हो।
  • 16 वर्ष से कम आयु वालों को इसमें बैठने की सलाह नहीं दी जाती।

इसलिए IELTS परीक्षा सभी के लिए खुली है, चाहे आपका शैक्षणिक परिणाम कुछ भी हो।

IELTS स्कोर का महत्व और वैलिडिटी

  • IELTS स्कोर 2 साल तक वैध रहता है।
  • अलग-अलग देशों और यूनिवर्सिटियों की अपनी न्यूनतम बैंड स्कोर आवश्यकताएँ होती हैं।
    • 🇨🇦 कनाडा: औसतन 6.5 बैंड
    • 🇬🇧 ब्रिटेन: 6.5–7 बैंड
    • 🇦🇺 ऑस्ट्रेलिया: 6 से 7 बैंड
    • 🇳🇿 न्यूज़ीलैंड: औसतन 6 बैंड

IELTS परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

  1. डेली प्रैक्टिस करें – चारों सेक्शन की नियमित प्रैक्टिस करें।
  2. अंग्रेजी में बातचीत करें – दोस्तों या ऑनलाइन पार्टनर्स के साथ बात करें।
  3. मॉक टेस्ट दें – परीक्षा पैटर्न और समय प्रबंधन को समझें।
  4. रीडिंग हैबिट बनाएं – अंग्रेजी अखबार, आर्टिकल और ब्लॉग पढ़ें।
  5. ऑनलाइन कोर्सेज का लाभ उठाएं – कई फ्री और पेड कोर्सेज उपलब्ध हैं।

IELTS परीक्षा में सफलता के लिए टिप्स

  • समय प्रबंधन सबसे जरूरी है।
  • अपने कमजोर सेक्शन की पहचान करें और उस पर फोकस करें।
  • बोलने की प्रैक्टिस रोज करें — fluency पर ध्यान दें, accent पर नहीं।
  • सुनने वाले सेक्शन के लिए BBC Podcasts या TED Talks सुनें।
  • Writing Task के लिए पहले structure और grammar सुधारें।

निष्कर्ष

IELTS परीक्षा सिर्फ एक टेस्ट नहीं, बल्कि विदेश में पढ़ाई और करियर का दरवाज़ा है।
यह आपकी भाषा दक्षता को प्रमाणित करती है और आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का अवसर देती है।
इस परीक्षा की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें कोई विशेष योग्यता की बाध्यता नहीं है — बस मेहनत, अभ्यास और आत्मविश्वास की जरूरत है।
सही रणनीति से आप भी IELTS में ऊँचा स्कोर लाकर अपने विदेशी सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।

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IELTS Exam FAQs in Hindi

IELTS परीक्षा क्या है और क्यों जरूरी है?

IELTS एक अंग्रेजी भाषा की परीक्षा है जो विदेश में पढ़ाई, नौकरी या माइग्रेशन के लिए आवश्यक है।

IELTS परीक्षा की फीस कितनी है?

भारत में IELTS exam fee लगभग ₹16,250 – ₹17,000 होती है।

IELTS परीक्षा का पैटर्न क्या है?

इसमें चार सेक्शन होते हैं – Listening, Reading, Writing और Speaking।

IELTS स्कोर कितने समय तक वैध रहता है?

IELTS स्कोर 2 साल तक वैध रहता है।

IELTS देने के लिए 12वीं में कितने प्रतिशत जरूरी हैं?

कोई न्यूनतम प्रतिशत आवश्यक नहीं है; बस पासपोर्ट होना चाहिए।



Editorial Desk


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